बॉलीवुड के ही-मैन धर्मेंद्र के निधन के बाद मुंबई में उनके घर पर शोक व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है। इस दुखभरे माहौल में इंडस्ट्री कीतमाम पीढ़ियाँ एकजुट दिख रही हैं—जहाँ सैफ अली खान, करिश्मा कपूर और कुणाल कपूर भी व्यक्तिगत रूप से श्रद्धांजलि देने पहुँचे। उनकीमौजूदगी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि धर्मेंद्र का असर सिर्फ पर्दे तक सीमित नहीं था, बल्कि रिश्तों, सम्मान और इंसानियत में भी उतना हीगहरा था।
कुणाल कपूर, जो दिग्गज शशि कपूर के बेटे हैं। कपूर परिवार और धर्मेंद्र के बीच दशकों पुरानी दोस्ती और सम्मान की परंपरा रही है, और कुणाल काचुपचाप, विनम्रतापूर्वक पहुँचना इस रिश्ते की गहराई को बयां करता है। इंडस्ट्री के दिए गए इस साइलेंट सलाम में बहुत वजन था—बिना शब्दोंवाला, लेकिन बेहद असरदार। एक्टर सैफ अली खान को सफेद कुर्ता-पायजामा में लो प्रोफाइल रखते हुए घर में प्रवेश करते देखा गया। सैफ हमेशासे पुराने दौर के कलाकारों और उनकी विरासत के प्रति सम्मान जताते रहे हैं। उनका इस तरह सादगी से पहुँचना, दुखी परिवार के प्रति अपना सपोर्टदिखाना, माहौल में चल रही गंभीरता और भावनाओं को और गहरा कर गया।
करिश्मा कपूर भी श्रद्धांजलि देने पहुँचीं। सफेद सूट में वह बेहद शांत, संयत और गरिमापूर्ण नज़र आईं—कपूर खानदान की सादगी और आदर केसाथ। उनका यह अंतिम सम्मान न सिर्फ़ एक दिग्गज कलाकार के लिए था, बल्कि उस इंसान के लिए भी जिसे पूरी इंडस्ट्री ने दशकों तक एक मजबूत, दिलदार और रिश्तों को निभाने वाले साथी के रूप में देखा।
इन सभी की मौजूदगी एक ही बात की ओर इशारा करती है—धर्मेंद्र सिर्फ एक सुपरस्टार नहीं थे; वह वह धुरी थे जिसने कई पीढ़ियों को जोड़ रखा था।आज जब लोग उनके घर पर श्रद्धांजलि देने पहुँचे, तो लगता है जैसे उनकी विरासत लोगों को फिर से एकजुट कर रही है—खामोश, सम्मान भरे कदमोंमें महसूस होता हुआ उनका अमिट प्रभाव।